होम लोन लेना है? जानिए आपका CIBIL स्कोर कितना होना चाहिए और क्या-क्या है जरूरी बातें CIBIL Score

By Shruti Singh

Published On:

CIBIL Score

अगर आप अपने सपनों का घर खरीदना चाहते हैं और बैंक से होम लोन लेने की सोच रहे हैं, तो सिर्फ डॉक्यूमेंट्स की तैयारी से काम नहीं चलेगा। आज के समय में बैंक आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और खास तौर पर CIBIL स्कोर को बहुत ध्यान से देखते हैं। यह स्कोर तय करता है कि आपको लोन मिलेगा या नहीं, और अगर मिलेगा तो किस ब्याज दर पर।

CIBIL स्कोर क्या होता है?

CIBIL स्कोर एक तीन अंकों का नंबर होता है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री यानी अब तक लिए गए लोन और क्रेडिट कार्ड के भुगतान पर आधारित होता है। यह स्कोर 300 से 900 के बीच होता है।

होम लोन के लिए कितना CIBIL स्कोर चाहिए?

यह जानना जरूरी है कि होम लोन के लिए आपका स्कोर किस कैटेगरी में आता है:

अगर CIBIL स्कोर कम है तो क्या करें?

अगर आपका स्कोर कम है, तो घबराएं नहीं। इसे सुधारा जा सकता है। कुछ आसान तरीके अपनाइए:

समय के साथ आपका स्कोर बेहतर हो जाएगा और लोन मिलने की संभावना भी बढ़ेगी।

यह भी पढ़े:
PM Kisan Beneficiary List पीएम किसान योजना 20वीं क़िस्त की नई बेनिफिशियरी लिस्ट जारी PM Kisan Beneficiary List

डाउन पेमेंट ज़्यादा दें

अगर आप बैंक को दिखाना चाहते हैं कि आप कम रिस्की हैं, तो प्रॉपर्टी का 20-30% डाउन पेमेंट देने की कोशिश करें। इससे:

को-एप्लिकेंट जोड़ें

अगर आपका स्कोर कम है, तो आप किसी भरोसेमंद फैमिली मेंबर को को-एप्लिकेंट बना सकते हैं।

लोन की लंबी अवधि चुनें

अगर आपकी EMI ज्यादा आ रही है, तो लोन की अवधि 20 से 25 साल तक रख सकते हैं।

इनकम प्रूफ तैयार रखें

बैंक यह भी देखता है कि आप EMI चुकाने में सक्षम हैं या नहीं। इसके लिए आपसे कुछ डॉक्यूमेंट मांगे जाएंगे:

इन दस्तावेजों से बैंक को यकीन होता है कि आप समय पर EMI भर पाएंगे।

आने वाले समय में ब्याज दरों में राहत संभव

हाल ही में RBI ने रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। इससे उम्मीद की जा रही है कि बैंकों की ब्याज दरें कम हो सकती हैं। ऐसे में अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं, तो थोड़ा इंतजार करना फायदेमंद हो सकता है

यह भी पढ़े:
E Shram Card ई-श्रम कार्ड 1000 रुपये की किस्त जारी, चेक करे अपना पेमेंट स्टेटस E Shram Card

होम लोन लेना कोई आसान काम नहीं है, लेकिन सही तैयारी से यह मुमकिन है। आपको बस इन बातों का ध्यान रखना है:

डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। किसी भी वित्तीय निर्णय से पहले अपने फाइनेंशियल सलाहकार से परामर्श अवश्य लें। ब्याज दरें और बैंक की नीतियां समय के अनुसार बदल सकती हैं।

Shruti Singh

Shruti Singh is a skilled writer and editor at a leading news platform, known for her sharp analysis and crisp reporting on government schemes, current affairs, technology, and the automobile sector. Her clear storytelling and impactful insights have earned her a loyal readership and a respected place in modern journalism.

Leave a Comment